श्री सिध्देश्वर मन्दिर
यह एक प्रसिद्ध देवस्थल है। जहां एक साथ अनेक देवी देवताओं की प्रतिमायें स्थापित है। भगवान शिव की एक प्राचीनतम मूर्ति तथा माँ दुर्गा की भव्य विशाल प्रतिमा यहां के आकर्षण का प्रमुख केंद्र है। यहां प्रतिबर्ष शिवरात्रि के अवसर पर एक विशाल मेला लगता है।
सिद्देश्वर मंदिर एक प्राचीन ऐतिहासिक मंदिर है जो भगवान विष्णु के अवतार को समर्पित है।
इस मंदिर की वास्तुकला बेहद सुंदर है जहां कई हिंदू धर्म के देवी - देवताओं की मूर्तियां लगी हुई है। इस मंदिर में वास्तुकला की झलक एक ही अवधि की दिखाई देती है। मंदिर में भगवान विष्णु, शिव, राम, कृष्ण, पार्वती और लक्ष्मी की रोब वाली प्रेरणादायी मूर्तियां लगी हुई हैं जो एक अद्वतिीय आध्यात्मिक संबंध को बनाती है और लोगों की भावनाओं में हलचल पैदा कर देती है। इस मंदिर में दर्शन करने से लोगों में विशेष प्रकार की ऊर्जा आ जाती है जो उन्हे नकारात्मक सोच से बचाता है।
श्री सिद्धेश्वर मंदिर शहर का प्राचीन मंदिर है। सिद्धेश्वर मंदिर के पीछे गोरखनाथ का मंदिर है, जिसमें 12वीं शताब्दी की गोरखनाथ की मूर्ति भी है। यहां पर नाथ संप्रदाय के प्रवर्तक गोरखनाथ ने कुछ समय तक तपस्या भी की है। दौलतराव सिंधिया की रानी बैजाबाई सिंधिया के द्वारा शिवपुरी में शिवमंदिरों का निर्माण कराया गया।
इसी क्रम में सिद्धेश्वर मंदिर का निर्माण किया गया था। मंदिर में स्थापित शिवलिंग ओमकारेश्वर से लाया गया तथा उसके चारों तरफ बारह ज्योर्तिलिंग स्थापित किए गए।
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